राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक मंदिर है लोग इस मंदिर को " किराडू मंदिर" के रूप में लोग जानते हैं |
इस मंदिर का निर्माण दक्षिण भारतीय शैली के रूप में है यह मंदिर को लोग बाग राजस्थान का खजुराहो भी कहते हैं, एक रिपोर्ट के अनुसार कहा जाता है कि 1161 में ईसा पूर्व में इस जगह का नाम "किराट कूप" था |
दुनिया में ऐसे काफी रहस्यमय जगह है जिनकी कुछ ना कुछ कहानियां जरूर है, हम आपको एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके कहानी काफी चौंकाने वाली है | कहा जाता है कि इस मंदिर में रात के समय कोई नहीं ठहरता है ना कोई रात में रुकता है लोगों का मानना है कि जो भी इस मंदिर में ठहरता है वह पत्थर का बन जाता है लेकिन इसके पीछे की क्या सच्चाई है, वो आज हम आपको इस पोस्ट में बताएँगे, तो आइए जानते हैं इसके मंदिर के बारे में कुछ दिलचस्प बातें|
किराडू मंदिर राजस्थान के बाड़मेर जिले में है "किराडू मंदिर" का निर्माण दक्षिण भारतीय शैली के रूप में है,
एक रिपोर्ट के अनुसार कहा जाता है कि,1161 ईसा पूर्व में इस जगह का नाम "किराट कूप"था| यह किराडू मंदिर पांच मंदिरों की एक श्रृंखला है लेकिन अब वर्तमान में ज्यादातर मंदिर खंडहर हो चुके हैं बस शिव मंदिर और विष्णु मंदिर की हालत कुछ ठीक-ठाक है लेकिन इस मंदिर का निर्माण या मंदिर किसने बनवाया इसका पुराणों में या कोई पूर्ण रूप से कोई जानकारी नहीं है | मंदिर निर्माण को लेकर लोगों की अपनी-अपनी मान्यता है, लेकिन एक समय यहां ऐसी घटना घटी जिसका खौफ आज भी लोगों के दिलों में है|
बेहद दिलचस्प है "किराडू मंदिर" की कहानी:-
ऐसा कहा जाता है कि काफी वर्षों पहले एक साधु अपने शिष्यों के संग इस मंदिर में आए थे| 1 दिन गुरुजी मंदिर में शिष्यों को छोड़कर कहीं बाहर चले गए थे, इस दौरान एक हिस्से की तबीयत अचानक बहुत बिगड़ गई| साधु के अन्य शिक्षक गांव वालों से मदद मांगने गए| लेकिन गांव में से किसी ने उन शिष्यों की मदद नहीं की, साधु को जब इस बात की जानकारी मिली तो वो बहुत क्रोधित हुए| और गांव वालों को श्राप दे दिया कि शाम होने के बाद सभी लोग इस गांव के पत्थर बन जाएंगे कहा जाता है कि इस गांव में एक महिला ने उन शिष्यों की मदद की थी, साधु ने उस महिला से कहा कि तुम शाम होने से पहले यह गांव छोड़कर चली जाना और पीछे मुड़कर कभी मत देखना| लेकिन जाते समय महिला पीछे मुड़ कर देखने लगी परिणामस्वरुप यह हुआ कि वह महिला पत्थर की बन गई| मंदिर के पास ही उसी महिला की मूर्ति भी स्थापित है| तब से लेकर आज तक लोगों के दिलों में इस बात का डर और खौफ है, और रात के समय कोई भी उस मंदिर में नहीं ठहरता|
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