दिल्ली भारत देश के सबसे खूबसूरत शहरों में से एक शहर माना जाता है, दिल्ली में बहुत सारे अच्छे विश्वविद्यालय हैं जिसकी वजह से हर कोई स्टूडेंट की पहली पसंद दिल्ली होती है पढ़ने के लिए, दिल्ली में काफी बड़ी बड़ी कंपनी है जिनकी वजह से रोजगार तुरंत मिल जाता है,
दिल्ली का मौसम बहुत ही अनोखा है क्योंकि यह गर्मियों में बहुत गर्म हो जाएगा सर्दियों का दौरान ठंडा हो जाएगा और मानसून के दौरान इसमें अद्भुत बारिश होती है|
तो आइए जानते हैं दिल्ली के बारे में कुछ ऐसे रोचक एव रहस्यमय तथ्य
(1). दिसंबर 1991 में दिल्ली की स्थापना हुई थी|
(2). दिल्ली के मुख्य दो रूप है एक पुरानी दिल्ली तो दूसरी नई दिल्ली|
(3). 1 नवंबर 1956 को दिल्ली को केंद्र शासित क्षेत्र में शामिल किया गया|
(4). दिल्ली पर कई बार राजाओं ने राज किया मुगल और हिंदू दोनों ने इसे अपनी राजधानी बनाई कहा जाता है कि दिल्ली सात बार उजड़ी और 7 बार दोबारा बनाई गई|
(5). दिल्ली को लुटियंस दिल्ली भी कहा जाता है|
(6). कनॉट पैलेस को दिल्ली का दिल भी कहा जाता है|
(7). दिल्ली भारत की राजधानी 1931 में बनी थी|
(8). एक सर्वेक्षण के अनुसार दिल्ली में 10500 लोग प्रदूषण के कारण मरते हैं|
(9). एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में सबसे ज्यादा कार दिल्ली में पाई गई है|
(10). विश्व सर्वेक्षण के अनुसार यह देखा गया कि कि भारत में स्थित दिल्ली एक ऐसा शहर है जहां सिक्योरिटी के मामले में विश्व में सबसे ज्यादा कैमरे लगाए गए हैं|
(11). मुंबई शहर के बाद दिल्ली भारत के सबसे बड़े व्यापारिक महानगरों में से एक महानगर माना जाता है|
(12). महाभारत में पांडवों की राजधानी को इंद्रप्रस्थ के रूप में दिल्ली को बताया गया है|
(13). भारत की सबसे बड़ी मस्जिद दिल्ली में है "जामा मस्जिद"
(14). दिल्ली में एक टॉयलेट म्यूजियम है जो पूरी दुनिया में सबसे अनोखा म्यूजियम माना जाता है|
(15). दिल्ली के मेट्रो ट्रेन में कूड़ेदान नहीं है फिर भी वहां मेट्रो में कोई कचरा नहीं होता है|
(16). पुरानी दिल्ली में स्थित लाल किला है, जो भारत का आखरी किला है
(17). दिल्ली के पांच गेट सबसे मशहूर गेट है : अजमेरी गेट, कश्मीरी गेट, लाहौरी गेट, दिल्ली गेट, तुर्कमान गेट|
(18). दिल्ली की खोज छठी शताब्दी में हुई थी|
(19). दिल्ली शहर का लगभग 20% भाग हरियाली से ढका हुआ है|
(20). दिल्ली में सबसे ज्यादा बोलने वाली भाषा है: इंग्लिश, हिंदी, उर्दू और पंजाबी|
(21). दिल्ली में एक बिरला मंदिर है इसको लक्ष्मी नारायण मंदिर भी कहा जाता है इसका उद्घाटन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने किया था|
(22). दिल्ली के कमल मंदिर में प्रतिदिन लगभग 8000 पर्यटक देश विदेश से आते हैं|
(23). महाराजा जयसिंह द्वारा स्थापित जंतर मंतर एक खगोलीय वेधशाला है|
(24). कुतुबमीनार दुनिया के सबसे ऊंची मीनारों में से एक है जो दिल्ली में स्थित है|
(25). एशिया का सबसे बड़ा मसालों का बाजार पुरानी दिल्ली में स्थित है जिसे खारी बावली मसालों का बाजार कहा जाता है|
(26). दिल्ली के प्रमुख मंदिर है: कालकाजी मंदिर, इस्कॉन मंदिर, बिरला मंदिर,
झंडेवाला मंदिर, छतरपुर मंदिर, अक्षरधाम मंदिर, कमल मंदिर|
(27). एशिया का सबसे बड़ा बाजार सदर बाजार दिल्ली में स्थित है|
(28). दिल्ली का जंतर मंतर पुरे भारत में बहुत मशहूर है, लेकिन यह जंतर मंतर जैसा बहार से दिखता है अंदर से वैसा नहीं है, दोस्तों आश्चर्य की बात यह है कि दिल्ली का यह जंतर मंतर अंदर से पूरी तरीके से भूल भुलैया है, अंदर से जंतर मंतर के अंदर बहुत सारे गेट है सब एक तरीके के दिखने वाले गेट है, और गेटो के अंदर भी काफी सारे गेट है, दोस्तों आज तक जो भी जंतर-मंतर के अंदर गया है पर कभी वापसी नहीं आया है, इसीलिए सरकार ने जंतर-मंतर के अंदर जाना बंद कर दिया है|
(29). पूरे भारत में सबसे लोकप्रिय और सम्मानित तथा मशहूर मंदिर कालकाजी मंदिर जो कि दिल्ली में स्थित है, दिल्ली में स्थित कालकाजी मंदिर के बारे में ऐसी रोचक बातें हैं उसे सुनकर आप यकीन नहीं कर पाएंगे |
1: यह मंदिर नई दिल्ली में कालका जी मेट्रो स्टेशन से कुछ कदमों की दूरी पर है, यह मंदिर अरावली पर्वत के सूर्यकूट पर्वत पर स्थित है|
2: इस मुख्य मंदिर के कुल 12 द्वार(गेट) है, जो 12 राशियों और 12 महीने का संकेत देते हैं| अर्थात यह 12 द्वार 12 राशि और 12 महीने के तर्ज पर बनाए गए हैं, प्राचीन काल में लोग अपनी राशियों के हिसाब से इस द्वार में आते थे| और राशियों के अनुसार ही पूजा-अर्चना होती थी|
3: मंदिर में परिक्रमा स्थल के कुल 36 दरवाजे हैं|
4: यह मंदिर अंदर से स्वास्तिक कोण के पिरामिड के आधार पर और पूरी तरह से वास्तु के आधार पर बनाया गया है| कहां जाता है जो भी इस मंदिर में आता है उसकी हाजिरी लग जाती है|
5: इस मंदिर की सबसे अनोखी और आश्चर्य की बात तो यह है कि, यह मंदिर स्वास्तिक कोण के पिरामिड, और वास्तु दोष के आधार पर, और साल के 12 महीने, और मनुष्य की 12 राशि, और मंदिर परिक्रमा स्थल के कुल 36 दरवाजे जो 36
मातृकाओ का प्रतीक है, इसी वजह से नवग्रह मंदिर के अधीन है, नवग्रहो का हर राशि पर कुछ ना कुछ असर जरूर होता है पर इस मंदिर पर कुछ नहीं होता क्योंकि यह राशियों के तथा महीनों के हिसाब से मंदिर बना है, और इसी वजह से देश में सबसे बड़े बड़े मंदिर जैसे चारों धाम, 51 शक्ति पीठ, 12 ज्योतिर्लिंग एवं अन्य लोकप्रिय मंदिर जो सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण के समय बंद हो जाते हैं, इस मंदिर पर कभी किसी ग्रहण का असर नहीं होता है | यह सूर्य ग्रहण चंद्र ग्रहण अन्य किसी भी ग्रहण हो यह मंदिर हमेशा खुला रहता है| जब ग्रहण के समय भारत के सारे मंदिर बंद हो जाते हैं, यह मंदिर तब भी खुला रहता है |
6: महाभारत के युद्ध से पहले भगवान श्री कृष्ण और पांडवों ने इस मंदिर में आकर ललिता यज्ञ एवं महाभारत के युद्ध में विजय होने की कामना की थी| भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं यहां आकर मां कालका से आशीर्वाद लिया था| यह 5000 वर्ष पुराना शक्तिपीठ मंदिर है| यहां पर बाबा बालक नाथ ने भी तपस्या की थी, तब जाकर मां कालका जी ने उनसे साक्षात्कार किया था |
(30). दिल्ली में घूमने लायक काफी जगह है लाल किला, इंडिया गेट, चिड़ियाघर, साइंस म्यूजियम,
क़ुतुब मीनार,
जंतर मंतर, पुराना किला, चांदनी चौक, कनॉट प्लेस, दिल्ली गेट, हिमायू का मकबरा, बंगला साहिब गुरुद्वारा, भूतिया जगह, रेल संग्रहालय,पार्क, म्युज़ियम, आदि |
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